शिक्षा व्यवस्था को दुरुस्त करने हेतु खंड शिक्षा अधिकारी ने किया सरकारी विद्यालयों का औचक निरीक्षण, स्कूली बच्चों की समस्याओं से रूबरू होकर विद्यालय में निवासरत प्रभावितों को भी हटाया

मनमोहन भट्ट,

ब्रहमखाल/उत्तरकाशी।

उत्तरकाशी जनपद में इन दिनों सुर्खियां बटोर रही शिक्षा व्यवस्था से चिन्तित खंड शिक्षा अधिकारी हर्षा रावत ने शनिवार को ब्रहमखाल क्षेत्र के सरकारी विद्यालयों का औचक निरीक्षण किया और विद्यालय में अध्ययनरत सभी छात्र-छात्राओं से रूबरू होकर उनकी समस्याएं सुनीं व छात्र-छात्राओं को उनके मार्गदर्शन हेतु आवश्यक दिशा-निर्देश भी दिए।

खंड शिक्षा अधिकारी ने इस दौरान सबसे पहले जूनियर हाईस्कूल नागगांव का निरीक्षण किया। जहां पर अंग्रेजी, विज्ञान व गणित में तो बच्चों का शैक्षिक स्तर शून्य था। यहां तक कि जूनियर क्लास के कुछ बच्चे अपना नाम तक नहीं लिख पाए। खंड शिक्षा अधिकारी ने जब बच्चों का शैक्षिक स्तर देखा तो वह हैरान हो गई और शैक्षिक स्तर को दुरुस्त करने के लिए लापरवाह शिक्षकों को खूब डॉट फटकार लगाई। उन्होंने कहा कि जल्द ही अगर विद्यालय का शैक्षिक स्तर दुरुस्त नहीं हुआ तो उन पर नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।

तत्पश्चात खंड शिक्षा अधिकारी हर्षा रावत ने प्राथमिक विद्यालय व अटल उत्कृष्ट राजकीय इंटर कालेज गेंवला का औचक निरीक्षण किया। बच्चों से वार्तालाप कर, विद्यालय के शैक्षिक स्तर व बच्चो के पठन-पाठन को देखकर वह प्रसन्न हुई जिसके लिए उन्होंने शिक्षकों को बधाई दी और कहा कि बच्चों के उज्जवल भविष्य के प्रति आप सभी निरंतर प्रयासरत रहे। वही स्कूली बच्चों ने वार्तालाप के दौरान खंड शिक्षा अधिकारी से अपनी समस्याएं भी रखी।

छात्र-छात्राओं ने कहा कि विद्यालयों में जिला प्रशासन के द्वारा कुछ भवन प्रभावित परिवारों को कोविड काल से रखा है और वह आज भी अपनी मवेशियों के साथ विद्यालय कक्ष में रह रहे हैं उनके विद्यालय में रहने से काफी शोरगुल का माहौल बना रहता है जिससे उनके पठन-पाठन पर अत्यधिक बुरा असर पड़ रहा है। छात्र-छात्राओं ने शिक्षा अधिकारी से मांग करते हुए कहा कि उनके भविष्य को देखते हुए इन परिवारों विद्यालय से हटाया जाय।

जिस पर शिक्षा अधिकारी ने प्राथमिक विद्यालय के कक्ष में कोविड काल से रह रहे प्रभावित मदन लाल से छात्रहित में आग्रह कर उनके कब्जे से स्कूल के कक्ष को खाली करने को कहा। उनके विशेष आग्रह पर मदन लाल ने दरियादिली दिखाई और छात्रहित में विद्यालय कक्ष को खाली कर दिया।

उधर अटल उत्कृष्ट राजकीय इंटर कालेज गेंवला में कब्जा जमाये बैठे प्रभावित ग्रामीणों से विद्यालय भवन खाली करने के लिए शिक्षा अधिकारी ने प्रभावित परिवारों से आग्रह किया लेकिन वह नहीं माने, उन्होंने कहा कि हमें प्रशासन ने यहां रखा है हमें हटाऐगा तो प्रशासन ! आप हमें हटाने वाले होते कौन है? जिस पर खंड शिक्षा अधिकारी ने मौके से राजस्व विभाग के अधिकारियों को फोन कर छात्रहित में अतिशीघ्र विद्यालय भवन को खाली करवाने को कहा।