दो दिवसीय राष्ट्रीय सेमिनार का शुभारंभ

भगवान सिंह

कर्णप्रयाग

कर्णप्रयाग के डॉक्टर शिवानंद नौटियाल राजकीय महाविद्यालय में संस्कृत विभाग तथा राजनीति विभाग के संयुक्त तत्वाधान में दो दिवसीय राष्ट्रीय सेमिनार का शुभारंभ हुआ।

भारतीय सामाजिक विज्ञान अनुसंधान परिषद के द्वारा संपोषित दो दिवसीय राष्ट्रीय सेमिनार के पहले दिन उद्घाटन समारोह में महाविद्यालय के प्रभारी प्राचार्य एमएस कंडारी, मुख्य वक्ता के रूप में जोरावर सिंह प्रोफेसर राजकीय महाविद्यालय फरीदाबाद हरियाणा, मुख्य अतिथि डॉ मनोज नौटियाल असिस्टेंट प्रोफेसर राजकीय महाविद्यालय गोपेश्वर, विशिष्ट वक्ता डॉ प्रवीण शर्मा अटल आदर्श कॉलेज नैनीसेण, विशिष्ट अतिथि डॉ आशुतोष रतुडी जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालयदिल्ली, सेमिनार संरक्षक डॉ कविता पाठक, सेमिनार संरक्षक डॉ चंद्रावती टम्टा आदि मौजूद थे।


उद्घाटन समारोह में मुख्य वक्ता ने अपनी बात रखते हुए इस बात पर जोर जोर दिया कि स्वयं के निर्माण से ही भारत का निर्माण संभव है। महाविद्यालय के प्रभारी प्राचार्य डॉ एमएस कंडारी कहा कि भविष्य में ऐसे ही कार्यक्रमों के आयोजन द्वारा राष्ट्र में महिलाओं की भूमिका और स्पष्ट रूप से तय होगी। इसलिए भविष्य में ऐसे सेमिनार का आयोजन करने पर बल दिया।


उद्घाटन समारोह के बाद देश के विभिन्न भागों से आए शोधार्थियों ने शोध पत्र प्रस्तुत किए और विशेष रूप से भारत निर्माण में महिलाओं की भूमिका का वैदिक काल से आधुनिक काल तक के सफर को अपने शोध पत्रों में दिखाया। कार्यक्रम के पहले दिन के दूसरे सत्र में अनेक शोधार्थियों ने अपना पत्र ऑनलाइन माध्यम से भी प्रस्तुत किया।


कार्यक्रम के संयोजक डॉ मृगांक मलासी ने बताया कि दो दिन चलने वाले इस राष्ट्रीय सेमिनार में अनेक शोधार्थी दिनांक 21 जुलाई 2023 को भी अपना शोध पत्र पढ़ेंगे। कार्यक्रम के समन्वयक डॉ कीर्तिराम डंगवाल सह संयोजक डॉ मदन लाल शर्मा, सह समन्वयक डॉ पंकज कुमार यादव ने इस कार्य्रकम को भव्यता दी।


कार्यक्रम में महाविद्यालय के समस्त प्राध्यापक, कर्मचारी, महाविद्यालय के विद्यार्थी तथा बाहर से आए शोधार्थी उपस्थित थे।