खतरे की जद में कई घर, विभाग मौन, प्रधान ने दी आंदोलन की चेतावनी

इंद्रजीत असवाल


लैंसडाउन पौड़ी गढ़वाल

लैंसडाउन : पहाडों में सड़के कटने के कारण कई जगह कई मकान खतरे की जद में है, यदि किसी मंत्री का या किसी प्रभावशाली व्यक्ति के घर खतरे की जद में आते हैं तो विभाग तत्काल उस पर कार्यवाही करता है लेकिन किसी आम आदमी का घर हो तो कई पत्राचार के बाबजूद भी सालों तक कार्य नही होता l जब घर ही टूट जाये तभी अधिकारियों व जनप्रतिनिधियों की नींद खुलती है l

मामला जनपद पौड़ी के लैंसडाउन से 15 किलोमीटर दूर चुंडाई-कोटाखाल मार्ग की है l जो जलेथा ग्राम सभा का नावग़ैर तोक है जहाँ पर चुंडाई से कोटाखाल मार्ग बनने के कारण सालों से सेप्टी दीवार न बनने के कारण कई मकान खतरे की जद में है l गांव वासियो का कहना है कि उनके द्वारा सम्बंधित विभाग व बड़े जनप्रतिनिधियों को कई बार मौखिक व पत्राचार द्वारा सूचित किया गया लेकिन उनके कान में जूं तक नहीं रेंगती l

ग्रामीण भूतपूर्व सैनिक वीरेंद्र लाल आर्य का कहना है कि वे पिछले दस साल से विधायक के पीछे पड़े हैं लेकिन आश्वासन के सिवा कुछ नहीं मिला l

ग्राम प्रधान जितेंद्र नेगी का कहना है कि हमारी ग्राम सभा तो बहुत पहले से ही सड़क से जुड़ी है परन्तु सरकारी कार्य में बाधा नही बने हम हमने अपनी जमीन इस सड़क के लिए दी l इस सड़क के कारण मेरी ग्राम सभा के 20 मकान खतरे की जद में है पता नहीं कब क्या हो जाये क्योकि इसमे लगातार भूस्खलन हो रहा है यदि जल्द सरकार ने इसपर सुरक्षा दीवार नही लगाई तो हम एक बड़ा जनांदोलन छेड़ेंगे l