उत्तरकाशी जनपद के न्याय पंचायत जिब्या में कृषक महोत्सव का आयोजन

मनमोहन भट्ट,

चिन्यालीसौड/उत्तरकाशी ।

खबर उत्तरकाशी जनपद के न्याय पंचायत जिब्या से है जहां प्रथमिक विद्यालय तराकोट में कृषक महोत्सव रवि 2023 का आयोजन किया गया। जिसमे कृषि विभाग के साथ सभी रेखीय विभागों द्वारा विभागीय जानकारी दी गई। कृषक गोष्ठी मे ब्लांक चिन्यालीसौड़़ की कनिष्ठ उप प्रमुख उर्मिला रांगड़ ने कहा कि ब्लांक के सभी किसानों को न्याय पंचायत स्तर मे कृषक महोत्सव मे अवश्य जाकर सरकार की लोककल्याणकारी योजनाओं का लाभ लेना चाहिए, जिससे किसानों को उन्नत खेती के लिए नए कृषि यंत्रों के साथ बीज, खाद, कीटनाशक दवाइयों की नई तकनीक की जानकारी होने से सरकार के लक्ष्य अनुरूप किसानों की आय मे दोगुनी वृद्धि हो सके।

कृषि महोत्सव मे राजराजेश्वरी पर्यावरण सास्कृतिक समिति कवाटा सांस्कृतिक दल ने भी स्वच्छता, बेटी बचाओ बेटी पढाओ के साथ पर्यावरण को स्वच्छ साफ रहने के संदेश गीतों के माध्यम से दिया। वहीं राजकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय सूरी के छात्र छात्राओँ द्वारा स्वागत गान व नागराजा की पालकी के साथ रांसू नृत्य भी किया गया।

कृषक गोष्ठी मे पशुओं पर समय समय पर संक्रमित बीमारी न हो टीके लगाने के साथ पशुओं का बीमा , उद्यान मे बागवानी के लिए 100% अनुदान मे फल पौध बितरण, मधुमखी उत्पादन, औद्योगिक फसलों का बीमा के साथ मत्य पालन,कृषि व जड़ी बूटी उत्पादन की जानकारी दी गई। वहीं मौजूद किसानों को बीज व कीटनाशक दवाई के साथ पशुओं की कीड़े मारने की दवाई, कुदाल आदि का मुफ्त बितरण किया गया।

इस मौके पर कनिष्ठ उप प्रमुख उर्मिला रांगड़, पशुपालन विभाग के क्षेत्रीय प्रसार अधिकारी शिव सिहं नाथ, ब्लांक कृषि अधिकारी संजय कुमार, मत्स्य निरीक्षक उतरकाशी बिरेन्द्रदत कुकरेती, उद्यान निरीक्षक जिब्या कोटधार राजेश नौटियाल, ग्राम प्रधान मुलायम सिहं रावत, भाजपा किसान मोर्चा के जिला महामंत्री राजेन्द्र रांगड़, पशु चिकित्सालय छैजुला के फार्मशिष्ट घनी लाल शाह, ब्लांक जड़ी बूटि सर्वेक्षक सहायक सुन्दर लाल बिजल्वाण, बिपिन कुमार , केवल सिहं पंवार, मनोज कुमार सिहं, ब्लांक सहायक विकास अधिकरी सहकारिता अनिल सिहं पंवार, खुशपालसिहं, मदन सिहं, प्रगतिशील कृषक जय सिहं बिष्ट, मनबीर राणा, मनबीर पंवार, चन्दन सिहं रांगड़, रुकम सिहं रावत, बिजय सिहं रावत, मनबीर सिहं रावत, चन्दन सिहं पंवार, मानबेन्द्र पंवार, उपेन्द्र शाह, घुंडरिया लाल आदि कई मौजूद थे।