धनगढ़ी पुल के शीघ्र निर्माण के लिये आन्दोलन तेज

बीरोखाल

धर्मबीर सिंह

गढ-कुमाऊँ की जीवन रेखा धनगढ़ी पुल के निर्माण के लिये आंदोलन तेज कर दिया गया है।रामनगर और मोहान के बीच स्थित धनगढ़ी नाले में हर साल गाड़ियां बहने से जान-माल का बड़ा नुकसान होता है,लेकिन शासन-प्रशासन और स्थानीय जनप्रतिनिधि इस गम्भीर समस्या के प्रति आँखों में पट्टी बाँधे बैठे हैं।

धनगढ़ी पुल का निर्माण कुमाऊँ मण्डल के छः विकास खण्ड स्याल्दे, सल्ट, चौखुटिया,द्वाराहाट,ताड़ीखेत,भिक्यासैंण तथा गढवाल मण्डल के नैनीडांडा,रिखणीखाल,बीरोंखाल, थैलीसैंण के साथ साथ केदारनाथ और बद्रीनाथ मन्दिर के लिये कुमाऊं मंडल से पहुँच के लिये बेहद आवश्यक है।कुछ समय पूर्व धनगढ़ी पुल का निर्माण शुरु तो किया गया मगर पुल का काम आधा -अधूरा काम छोड़ दिया है।

समाचार पत्रों और सोशियल मिडिया मे आये दिन खबर आती रहती हैं कि धनगढ़ी नाले के बरसाती पानी में कई लोगों की मृत्यु हो चुकी है।धनगढ़ी पुल संघर्ष समिति गढ़कुमाऊँ की दस महत्वपूर्ण तहसीलों / विकास खण्डों सहित सात विधानसभा रामनगर,
सल्ट,द्वाराहाट,रानी खेत,चौबट्टाखाल,श्रीनगर,लैन्सडाउन सहित तीन लोक सभा पौड़ी गढवाल,नैनीताल,अल्मोड़ा के लोगों के बीच जाकर पुल निर्माण हेतु लगातार जन जागरुकता कार्य क्रम चला रही है।

समिति ने शासन-प्रशासन को ज्ञापन भेजा है कि यदि शीघ्र धनगढ़ी पुल निर्माण कार्य शुरु नही हुआ तो धनगढ़ी पुल संघर्ष समिति ने निर्णय लिया है कि आगामी 5 नवम्बर को धनगढी नाले पर एक दिवसीय धरना प्रर्दशन एवं चक्का जाम किया जायेगा ।