पौड़ी पुलिस ने दिल्ली में छुपे धोखाधड़ी करने वाले शातिर पांच हजार के ईनामी को गिरफ्तार कर भेजा जेल।

पौड़ी

Bhagwan Singh

न्यायालय को गुमराह कर, फर्जी दस्तावेज तैयार कर जीवित व्यक्ति को किया था मृत घोषित।

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक पौड़ी श्वेता चौबे के निर्देशन में धोखाधड़ी के विरूद्ध पौड़ी पुलिस ने ऑपरेशन प्रहार के तहत की एक ओर बड़ी कार्यवाही।

दिनाँक 14.10.2022 को वादिनी शीला देवी निवासी झण्डीचौड़ पूर्वी कोटद्वार जनपद पौड़ी गढ़वाल ने कोतवाली कोटद्वार पर प्रथम सूचना रिपोर्ट दर्ज करायी कि पुरुषोत्तम नामक व्यक्ति जो अपने आप को वादिनी के भाई सतीशपाल सिंह उर्फ सत्यपाल का पुत्र बताता है ने वादिनी के भाई सतीशपाल सिंह उर्फ सत्यपाल को झूठे एवं बनावटी तौर पर सन 1998 से लापता बताते हुए न्यायालय सिविल जज (जू0डि0) कोटद्वार गढ़वाल के समक्ष एक दीवानी वाद संख्या 08/2019 पुरुषोत्तम बनाम- सतीशपाल दायर करते हुए न्यायालय के समक्ष झूठे दस्तावेज एवं साक्ष्य प्रस्तुत करके एवं न्यायालय को गुमराह करते हुए वादिनी के भाई के जीवित रहते हुये न्यायालय में उसे मृत घोषित कर दिया |

पुरुषोत्तम द्वारा ग्राम पश्चिमी झण्डीचौड़, पट्टी हल्दूखाता, कोटद्वार की 0.079 हैक्टेयर भूमि व ग्राम पूर्वी झण्डीचौड़ पट्टी हल्दूखाता, कोटद्वार की 0.096 हैक्टेयर भूमि की खाता खतौनी में वादिनी के भाई के स्थान पर भूमि का दाखिल-खारिज कर भूमि को अपने नाम पर करवा दिया।

वादिनी द्वारा बताया गया कि मेरा भाई सतीशपाल अभी जीवित है एवं स्वस्थ है जो मेरे साथ ही रहता है। साथ ही वादिनी के भाई ने वर्ष 2009 से वर्ष 2015 के मध्य समय-समय पर अपनी भूमि क्रय और विक्रय की हैं। जिससे स्पष्ट है कि वादिनी का भाई लापता नहीं है तथा पूर्वी इण्डीचौड़ कोटद्वार में निवास करता चला आ रहा है। प्रथम सूचना रिपोर्ट के आधार पर कोतवाली कोटद्वार पर मु0अ0सं0-255/2022, धारा 420 भादवि बनाम पुरुषोत्तम आदि पंजीकृत किया गया।

अभियोग उपरोक्त में पुलिस टीम द्वारा पूर्व में ही मुखबिरों आदि की मदद से पतारसी-सुरागरसी कर दिनांक 10.05.2023 को अभियुक्त 1. सुनील 2. पुरुषोत्तम 3-पुष्पा देवी एवं 20.05.2023 को अभियुक्त 1. महेंद्र, 2. यतेंद्र को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया था। अभियुक्त सुरेश चन्द्र अभियोग उपरोक्त में काफी समय से फरार चल रहा था, फरार अभियुक्त की गिरफ्तारी हेतु सम्भावित ठिकानों पर लगातार दबिशें दी जा रही थी परन्तु शातिर किस्म का अपराधी होने के कारण अभियुक्त पुलिस की गिरफ्त में नहीं आ रहा था। फरार अभियुक्त सुरेश चन्द्र पर श्रीमान वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक महोदया द्वारा ₹ 5,000/- का ईनाम घोषित किया गया था।

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक पौड़ी श्वेता चौबे द्वारा उक्त धोखाधड़ी की घटना की गम्भीरता को देखते हुये स्वयं मॉनिटरिंग करते हुये प्रभारी निरीक्षक कोटद्वार के नेतृत्व में टीम गठित करते हुये फरार अभियुक्त सुरेश चन्द्र की शीघ्र गिरफ्तारी करने हेतु टीम गठित करने हेतु आदेशित किया गया।

निर्गत निर्देशों के क्रम में अपर पुलिस अधीक्षक कोटद्वार जया बलोनी के निर्देशन, क्षेत्राधिकारी कोटद्वार विभव सैनी के पर्यवेक्षण, प्रभारी निरीक्षक कोटद्वार व मौ0 अकरम प्रभारी सीआईयू के नेतृत्व में पुलिस टीम का गठन किया गया। गठित पुलिस टीम द्वारा अथक प्रयास एवं ठोस सुरागरसी-पतारसी कर सर्विलान्स की मदद से कई दिन तक दिल्ली में ही डेरा जमाने के बाद अभियुक्त सुरेश चन्द्र को दिनांक 21.10.2023 को मुकुंदपुर बोराड़ी दिल्ली से किया गिरफ्तार गया। अभियुक्त को माननीय न्यायालय के समक्ष पेश कर न्यायिक हिरासत मे जेल भेज दिया गया है। अभियुक्त के अन्य आपराधिक इतिहास की जानकारी की जा रही है।

नाम पता अभियुक्तः-

  1. सुरेश चन्द्र पुत्र सोहन लाल, निवासी पूर्वी झण्डीचौड़ कलालघाटी, थाना कोटद्वार जनपद पौड़ी गढ़वाल।

पुलिस टीमः-

  1. उपनिरीक्षक दिनेश कुमार
  2. आरक्षी आदित्य
  3. आरक्षी हरीश सीआईयू