थराली को जिला बनाए जाने की मांग पुनः जोर पकड़ने लगी ।

सुभाष पिमोली

थराली।

तहसील थराली,तहसील देवाल, तहसील नारायण बगड़ की विषम भौगोलिक परिस्थितियों को मध्य नजर रखते हुए जिला बनाने की मांग जोर पकड़ने लग गई है उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारी भूपाल सिंह गुसाईं ने इस संबंध में उप जिला अधिकारी थराली के माध्यम से मुख्यमंत्री को एक ज्ञापन भेज कर विधानसभा थराली के थराली को जिला बनाये जाने की मांग की है l

उन्होंने ज्ञापन में कहा कि जहां जिला मुख्यालय चमोली जाने के लिए थराली के अंतिम गांव वाण से 140 किलोमीटर की दूरी पड़ती है वही हिमनी से 142 किलोमीटर और झलिया से 156 किलोमीटर,जिस कारण लोगों को आपने सरकारी काम के लिए जिला मुख्यालय जाने के पूरा दिन लग जाता है और आम जनता की धन के साथ समय की भी बर्बादी होती है जिस कारण थराली को जिला बनाना नितांत आवश्यक है ।

मुख्यमंत्री को भेजे एक पत्र में आंदोलनकारी भूपाल सिंह गुसाईं ने कहा है कि लंबे समय से पिंडर घाटी के लोग थराली को जिला बनाए जाने की मांग कर रही है। सबसे पहले पिंडर घाटी की जनता ने 1976 के दशक में जिला बनाने की मांग की थी। क्षेत्रीय जनता के द्वारा जिले की मांग को लेकर वर्ष 1998 मे थराली जिला बनाओ संघर्ष समिति के बैनर तले सर्वदलीय आमरण अनशन कर थराली को जिला बनाने की मांग की गई थी l

शासन प्रशासन द्वारा आश्वासन देकर आंदोलन समाप्त कर दिया उसके बाद 1988-89 मैं पर्वतीय विकास मंत्री बर्फ़ीया लाल जुवाठा को ज्ञापन देकर थराली को जिला बनाने की मांग की गई उन्होंने आश्वासन दिया कि जब भी नए जिलों का गठन होगा थराली को प्रमुखता से जिला बनाया जाएगा उस वक्त रुद्रप्रयाग और बागेश्वर को जिला बनाया गया लेकिन थराली को छोड़ दिया गया l

जिससे यहां के लोग के हाथ निराशा ही हाथ लगी उसके बाद 1990, 1996, 1998, 2006 एवं 2012 में जिले लिए लंबे आंदोलन किए गए । उन्होंने बताया वर्ष 1995 में 22 दिनों तक जिले की मांग को लेकर आमरण अनशन भी किया गया लेकिन सरकार की दमनकारी नीतियों कारण आंदोलन को समाप्त कर दिया गया और एक बार पुनः झूठे आश्वासन देकर पल्ला झाड़ दिया।

क्षेत्रीय जनता की मांग पर 2014 में तात्कालिक मुख्यमंत्री हरीश रावत को ज्ञापन दिया था। जिस पर उन्होंने भी आश्वासन तो दिया लेकिन थराली को जिला नहीं बना पाए वही थराली के लोगो को झूठे आश्वासन मिलते रहे लेकिन अभी तक जिला नहीं बन पाया जिस कारण यहां की सामाजिक कार्यकर्ता एवं जनप्रतिनिधियो ने एक बार पुनः मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को उप जिलाधिकारी थराली रविंद्र जुवाठा के माध्यम से ज्ञापन देकर थराली को जिला बनाने की मांग की गई है l

उन्होंने कहा अगर थराली को जिला नहीं बनाया जाता तो क्षेत्र की एक लाख आवादी एक बार पुनः सड़कों पर उतरने के लिए मजबूर हो जाएगी जिसकी संपूर्ण जिम्मेदारी शासन प्रशासन की होगी।

ज्ञापन में राज्य आंदोलनकारी भूपाल सिंह गुसाईं, सामाजिक कार्यकर्ता रमेश कुनियाल, एडवोकेट बिरेंदर सिंह नेगी एडवोकेट जय सिंह बिष्ट,एडवोकेट पूर्ण सिंह पिमोली,पूर्व जिला पंचायत सदस्य नंदन सिंह रावत, सामाजिक कार्यकर्ता नरेंद्र सिंह राम, महिपाल लाल,महिपाल सिंह नेगी, विक्रम सिंह रावत, आनंद सिंह रावत,हरपाल सिंह फर्शवाण, देवेंद्र सिंह नेगी,वरिष्ठ अधिवक्ता हरेंद्र सिंह नेगी, क्षेत्र पंचायत सदस्य देवेंद्र सिंह रावत, हिम्मत सिंह रावत,एडवोकेट हरि शरण शर्मा आदि के हस्ताक्षर हैं।