काण्डा नाला में हाथी का आतंक…

रिखणीखाल


प्रखण्ड रिखणीखाल क्षेत्र के ग्राम पंचायत काण्डा के तोकों गजरोड़ा तूणीचौड़, बैड़वाड़ी,सिसईचौड़, भैंस्यारौ,नवाड़तोक, बुडोलाखोला, सौंटियालखोला, चौड़ व दियोड़ में एक कल हाथी विगत पांच दिन से रोज रात को फलदार पेड़,घास के पेड़,बांस आदि को निरन्तर नुकसान पहुंचा रहा है।

ग्रामीणों की मानें तो भैंस्यारौ में प्रेम सिंह रावत ,दियोड़ में भगतसिंह ,बुडोलाखोला में रामपाल सिंह की बागवानी,बैडवाड़ी ढौंर में मनोज सिंह व गजरोड़ा में विश्वंभर दत्त ध्यानी के घ्वगसा,बांस, छछरी ,केले,तुन, आदि पेड़ों को हाथी ने क्षतिग्रस्त कर दिया ।

रातभर जागकर चौकसी कर रहे ग्रामीण बड़ी मुश्किल में हैं। क्षेत्र पंचायत सदस्य कर्तिया बिनीता ध्यानी द्वारा वन विभाग के आर ओ हरेंद्र सिंह रावत व डीएफओ कालागढ़ टाइगर रिजर्व कार्यालय को हाथी से निजात दिलाने की मांग पर वनविभाग की गश्तीदवल ने हाथी को कौंऴासैंण व ब्वाड़ाख्यात के साथ ही कण्या रौ बसुसेरा मटखणी रौल तक भगाने का प्रयास किया लेकिन हाथी जाने को राजी नहीं।

दिनभर इन्हीं जगहों में वह कूरी की झाड़ियों में छिपकर मन्दाल नदी में प्यास बुझाने आ रहा है। गौरतलब है कि हाथी विगत चार वर्ष से ढकरबट्टा से गजरोड़ा तोक के गजरी पाणी स्रोत से होकर ब्वाड़ाख्यात व कौंऴासैंण को आश्रय बनाता रहा है।

गजरोड़ा निवासियों के पेयजल पाणी स्रोत को भी नुकसान पहुंचा रहा है इस बावत विभाग से कम ई मर्तबा हाथी रोधी दीवार की मांग भी की गई लेकिन विभाग ने बजट का रोना लेकर पटाक्षेप ही किया।

सीएम पोर्टल व वन मंत्री को भी प्रेषित पत्र में क्षेत्र पंचायत सदस्य कर्तिया बिनीता ध्यानी ने विविध स्थितियों से निवारणार्थ त्वरित आवश्यक कार्यवाही का निवेदन किया है।जिस पर वनमंत्री के कार्यालय से उक्त पर आख्या मांग कर शीघ्र कार्रवाई का भरोसा दिया गया है।