ऐतिहासिक दस्तावेज के रूप में स्थापित हुआ श्री बद्रीनाथ जी धाम तैड़िया गांव का विशाल पूजन कार्यक्रम..

लगभग डेढ़ साल के कठिन परिश्रमोपरान्त बड़ी जद्दोजहद के बावजूद मात्र बारह लाख की धनराशि से निर्मित श्री बद्रीनाथ जी धाम तैड़िया का पांच दिवसीय श्री बद्रीनाथ जी धाम तैड़िया नवनिर्मित मन्दिर मूर्ति पूजन स्थापना प्राण प्रतिष्ठा व भण्डारा आयोजन कार्यक्रम में शामिल तैड़िया भ्रातृ मिलन समारोह,दीशा-धियाण मिलन् व “त्रिदिवसीय सामूहिक भोज “कार्यक्रम का आगाज बुजुर्गों के करकमलों के साथ साथ मातृशक्ति की सशक्त रीढ़ विविध क्षेत्रों में अपनी योग्यता का लोहा मनवाने वाली महिलाओं से हुआ।

इस प्रारम्भिक प्रक्रिया के नामों में शामिल दिनांक 08जून को बुजुर्गों की उपस्थिति में जय बद्री विशाल उद्घोष की टीशर्ट वितरण में सुरेन्द्र प्रसाद ध्यानी, शंकर दत्त ध्यानी, गोविन्द राम ध्यानी, गुणानन्द ध्यानी, पी सी ध्यानी निदेशक पिटकुल, उदयराम ध्यानी के साथ आचार्य गणों व क्षेत्र पंचायत सदस्य कर्तिया बिनीता ध्यानी द्वारा किया गया। महिला मिलन कार्यक्रम श्रीमती सुमित्रा ध्यानी पार्षद यमुना कालोनी नगर निगम देहरादून व श्रीमती सुषमा जखमोला आकृति सेवा संस्थान कोटद्वार द्वारा किया गया।


भजन संध्या जागरण व मंचीय प्रस्तुतियों की शुरुआत बद्रीनाथ धाम तैड़िया मन्दिर समिति संरक्षक श गुणानन्द ध्यानी, शिक्षाविद् विश्वंभर दत्त ध्यानी,वन क्षेत्राधिकारी धर्मानन्द ध्यानी, बद्रीनाथ जी मन्दिर समिति अध्यक्ष डॉ. अम्बिका प्रसाद ध्यानी,पधान राधावल्लभ ध्यानी द्वारा हुआ। इस अवसर पर स्थानीय प्रतिभाओं कार्यकर्ताओं, ग्राम तैड़िया में निवासरत ग्रामवासियों को सम्मानित भी किया गया। युवा प्रतिभा लोकगायक करण रावत , आचार्य गणों की उपस्थिति सराहनीय रही।

विधिवत पूजन विधि विधान कार्यक्रम में कलशयात्रा समस्त ग्रामवासियों के सौजन्य से निकाली गई। रोज़ भजन संध्या कार्यक्रम चलाया गया। अन्तिम भण्डारा आयोजन कार्यक्रम में उमड़े श्रद्धालु विशाल जनसभा ने रिकार्ड तोड़ा। सुदूरवर्ती क्षेत्रों से लोग गांव देखने भगवान श्री बद्रीनाथ जी धाम तैड़िया मन्दिर दर्शनार्थ पहुंचे। स्वास्थ्य विभाग की निरंतर सेवा ने किसी भी स्थिति में सभी को सहारा दिया। प्रशासन लगातार जायजा लेता रहा।

यद्यपि इस कार्यक्रम में कई जनप्रतिनिधियों, अधिकारियों कर्मचारियों के पहुंचने की आशंकाएं रही लेकिन माननीय विधायक लैंसडौन जी के परिवार में अप्रिय घटना से वे नहीं पहुंच पाये। जिनके साथ वनविभाग, पेयजल, विद्युत,खण्ड विकास कार्यालय आदि की गैरमौजूदगी का गांव के खुशनुमा माहौल पर कोई असर नहीं पड़ा।

संस्कृति सभ्यता और परम्पराओं के अनूठे महा संगम तैड़िया पर आधारित "बद्रीश नमन्" रंगीन ऐतिहासिक हस्तपुस्तिका जिसमें मन्दिर निर्माण कार्य प्रगति रिपोर्ट सहित गांव की संक्षिप्त जानकारी दी गई है, सम्पादित डॉ. अम्बिका प्रसाद ध्यानी का विमोचन तथा स्मृति शिलापट्ट स्व दिनेश चन्द्र ध्यानी , द्वारा गिरीश चन्द्र ध्यानी, श्री बद्रीनाथ जी मन्दिर का महात्म्य का मुख्य अतिथि बी एन शर्मा ,जिला पंचायत सदस्य कर्तिया विनयपाल सिंह नेगी, जिला पंचायत सदस्य सुलमोड़ी शालिनि बलोधी, क्षेत्र पंचायत सदस्य कर्तिया बिनीता ध्यानी ,पी सी ध्यानी, डॉ बी एल ध्यानी द्वारा किया गया। समस्त कार्यक्रम का संयोजन, संचालन् सुगठित व सुव्यवस्थित रूप से हुआ जिसका श्रेय समस्त सम्मानित ग्रामवासियों को जाता है। 

सभी आगंतुकों का स्वागत,मिलन व विदाई के भावुक क्षणों को कैमरामैन अनिल घिल्डियाल द्वारा उद्धृत किया गया वहीं ढोल दमाऊं व मशकबीन की धुन ने लोगों को पुरानी यादों में झूमने पर मजबूर किया। अलौकिक परमानन्दित पावन आस्था विश्वास की राह में ढाई हजार से अधिक लोगों की उपस्थिति ने तैड़िया गांव की रौनक ही नहीं बढ़ाई अपितु पलायन, बेरोजगारी, के अलावा गांव में सड़क विद्युतीकरण योजना को पटल पर लाने की हरेक की इच्छा जताई। विस्थापन के नाम से छले गांव में आशाओं की दिव्य ज्योति जागृत हुई है और कतिपय घरों के नये बनने से रहा सहा जीवन ठौर पाने को लालायित हैं..!! 

       श्री बद्रीनाथ जी धाम तैड़िया मन्दिर हेतु माता लक्ष्मी जी व श्री विष्णु भगवान मूर्ति प्रदाता बी एन शर्मा के प्रति हार्दिक कृतज्ञता ज्ञापित करते हुये मन्दिर समिति आभार व्यक्त करती है साथ ही विनयपाल सिंह नेगी, जिला पंचायत सदस्य कर्तिया जिन्होंने मन्दिर में कलश दान कर पुण्य कार्य किया उन्हें भी हार्दिक धन्यवाद ज्ञापित करते हैं.. 

उन सभी महानुभावों,ईश भक्तों का हृदय की गहराइयों से हार्दिक आभार जिन्होंने प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से इस धाम के निर्माण में अपना अमूल्य योगदान दिया..और वे भी जो इस विशाल जनसभा एवं भण्डारा आयोजन कार्यक्रम के साक्षी बने...!! यद्यपि इस वीराने में ऐसा अद्भुत दृश्य  सम्भव नहीं था फिर भी आप सबकी सहृदयता, सहयोग मार्गदर्शन व ईश्वरीय शक्ति ने इसे भव्यता देने में कोरकसर नहीं छोड़ी....!! अष्ट पाण्डित्य सानिध्य में पूजन, टैंट कुर्सियां, साउंड सिस्टम,लाइट ,भजन संध्या जागरण, मंचीय कार्यक्रम यह सब इस गांव के लिये असामान्य व अगणित थी जो होकर रहीं..!!

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