मत्स्य संरक्षण एवं संवर्धन हेतु किया गया चेतना गोष्ठी का आयोजन


खालीमहुवट बगुलिया,

खटीमा जनपद उधम सिंह नगर
अशोक सरकार

खटीमा तहसील के अंतर्गत खालीमहुवट बगुलिया क्षेत्र के प्रतिष्ठित किसान कपिल तलवार के फॉर्म हाउस पर जलाशयों का विकास योजना अंतर्गत मत्स्य विभाग की तरफ से मत्स्य संरक्षण एवं संवर्धन हेतु एक चेतना गोष्ठी का आयोजन किया गया। गौरतलब है कि विगत वर्षों से कोरोना महामारी से प्रभावित लॉकडाउन जैसी विषम परिस्थिति में भी कपिल तलवार ने 50 टैंकों की मदद से बायो फ्लॉक विधि अपनाकर मछली पालन करके भारी मुनाफा कमा कर एक मिसाल कायम किया है तथा क्षेत्र के लोगों के लिए प्रेरणा के स्रोत बने हैं। बताते चलें कि कृषि कार्यों के साथ-साथ कम पानी, कम जगह , कम लागत, कम समय में बायो फ्लॉक तकनीकी से ज्यादा उत्पादन कर ज्यादा मुनाफा कमाया जा सकता है।

कपिल तलवार ने बताया कि पिछले वर्ष लॉकडाउन में काम ना होने की वजह से मैंने बायो फ्लॉक तकनीकी से मछली पालन शुरू किया। जिसमें मत्स्य विभाग से 40% सब्सिडी के साथ काफी सहयोग मिला। मैं यह काम वृहद स्तर पर करना चाहता हूं । मैं अपने क्षेत्र के लोगों को भी मत्स्य पालन हेतु प्रेरित करूंगा क्योंकि कम जगह , कम समय ,कम लागत में अच्छा मुनाफा होता है । लोग इस व्यवसाय से आत्मनिर्भर बन सकते हैं।

वहीं गोष्ठी में उपस्थित खटीमा खंड विकास अधिकारी नवीन उपाध्याय ने बताया कि कृषि कार्यों के साथ-साथ मत्स्य पालन बहुत उपयोगी है । इस व्यवसाय को आसानी से किया जा सकता है। उन्होंने बताया कि इस व्यवसाय हेतु विकासखंड से कन्वर्जेंस के तहत 99 हजार तथा समूह को पूरी प्रक्रिया हेतु दो लाख का अनुदान दिया जाता है।

वहीं जिला मत्स्य विभाग के अधिकारी रविंद्र कुमार द्वारा बताया गया कि कपिल तलवार को 50 टैंक की बायो फ्लॉक यूनिट सब्सिडी पर भारत सरकार की प्रधानमंत्री मत्स्य क्षमता योजना के अंतर्गत दिया गया था जो उत्तराखंड की पहली यूनिट है । यह एक नवीन तकनीकी है तथा कम समय ,कम पानी ,कम लागत और कम जगह में कई गुना उत्पादन लिया जा सकता है। लॉकडाउन जैसे विषम परिस्थिति में भी कपिल तलवार बड़ी संघर्ष के साथ बायो फ्लॉक विधि से मत्स्य पालन कर मुनाफा कमा रहे हैं तथा दूसरों को भी प्रेरणा दे रहे हैं । तरक्की और मुनाफा कमाने हेतु उन्होंने अन्य किसानों को भी इस तकनीकी को अपनाने हेतु प्रेरित किया।