कोरोना के डेल्टा वैरिएंट ने बढ़ाई दुनिया की परेशानी, ब्रिटेन सहित कई देशों में लौटी पाबंदियां

विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) और यूके में अधिकारियों ने अत्यधिक संक्रामक डेल्टा वेरिएंट को लेकर चेतावनी जारी की है। साथ ही कहा है कि यूके में 90 फीसदी नए कोरोना मामलों के लिए डेल्टा वेरिएंट ही जिम्मेदार है।

कोरोना वायरस के डेल्टा वेरिएंट ने दुनिया के कई देशों में खौफ पैदा कर दिया है। इसके चलते यूरोप समेत कई देशों में तालाबंदी बढ़ने का खतरा मंडराने लगा है। क्योंकि ब्रिटेन समेत कई यूरोपीय देशों में प्रतिबंधों ने छूट देने की तैयारी की जा रही है। लेकिन विशेषज्ञों की चेतावनी के बाद इसे टालने की तैयारी है।

यूरोप में डब्ल्यूएचओ के क्षेत्रीय निदेशक हैंस क्लूज ने कहा कि डेल्टा वेरिएंट (बी1617.2) कुछ टीकों से बचने में सक्षम होने के संकेत दिखाए हैं और 60 वर्ष से अधिक आयु के लोगों के लिए यह बड़ा खतरा पैदा कर सकता है। चेतावनी देते हुए का था कि डेल्टा वेरिएंट पूरे यूरोप में अपनी जड़ें जमाने को तैयार है। क्योंकि दर्जनों देश कोरोना प्रतिबंधों में छूट देने जा रहे हैं। ऐसे में कोरोना का यह वेरिएंट नए केसों में वृद्धि कर सकता है। इसलिए अभी उन्हें इसे टालना होगा।

स्पेन में मैड्रिड के उप स्वास्थ्य प्रमुख एंटोनियो जापाटेरो ने कहा है कि डेल्टा वेरिएंट छह से सात हफ्तों में देश में संक्रमण का सबसे बड़ा कारण होगा।

डेल्टा वेरिएंट सबसे पहले पिछले साल सितंबर में भारत में मिला था। डब्ल्यूएचओ ने इस वेरिएंट को चिंता का सबब बताया है। साथ ही कहा है कि कोरोना का डेल्टा वेरिएंट अब तक 53 से ज्यादा देशों में फैल चुका है।

चीन के ग्वानझोउ में 21 मई से अब तक 100 से अधिक स्थानीय संक्रमण के मामले सामने आए हैं। डॉक्टरों का कहना है कि ग्वानझोउ में अधिक मामले असंक्रामक डेल्टा वेरिएंट के कारण हैं।